अभिनेत्री माधुरी दीक्षित लम्बे समय तक सिनेमा के पर्दे से गायब रहीं लेकिन कई साल बाद 43 वर्ष की उम्र में भी उनका जादू बरकरार है। दो बच्चों की मां बनने और अपना ज्यादातर समय अमेरिका में एक घरेलू महिला के रूप में गुजारने के बावजूद उनके शो 'झलक दिखला जा' को उतने ही दर्शक मिल रहे हैं जितने कि उनकी फिल्मों को मिलते थे।
सोनी चैनल के प्रोग्रामिंग प्रमुख अजय भालवंकर ने बताया, "हम कार्यक्रम के पिछले दो सत्रों से ही माधुरी को जज बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें नृत्य की देवी के रूप में जाना जाता है और नृत्य से जुड़े शो के लिए हमें उनसे बेहतर जज और कौन मिल सकता था।"
उन्होंने कहा, "उन्होंने इस शो में बहुत ही ताजगी भर दी है और वह बहुत ईमानदार जज हैं। हमारे इस शो के सभी चार सत्रों में से इस सत्र की टीआरपी सबसे ज्यादा रही और यह सब माधुरी की वजह से है।"
मार्च के पहले सप्ताह में माधुरी के शो 'झलक.' का फिनाले आयोजित होगा। विवाह के बाद लम्बे समय तक फिल्मी पर्दे से दूर रहने के बावजूद उनके जादू में कोई कमी नहीं आई है। जब वह पिछले साल नवंबर में भारत आईं तो उन्होंने सुर्खियों में जगह बनाई थी।
जब माधुरी ने 2002 में अमेरिका में कार्यरत चिकित्सक श्रीराम नैने से विवाह किया तो उन्होंने अपने लाखों प्रशंसकों का दिल तोड़ दिया था। बच्चों और पारिवारिक व्यस्तताओं के चलते माधुरी विवाह के बाद सिर्फ 'आजा नचले' फिल्म में नजर आईं।
उन्होंने 1984 में राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म 'अबोध' से अभिनय की शुरुआत की थी। इसके करीब एक दशक बाद उन्होंने इसी निर्माण गृह के साथ 'हम दिल दे चुके सनम' की। यह फिल्म बॉक्सऑफिस पर बेहद सफल रही और इसने 60 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की। माधुरी ने 'तेजाब', 'राम लखन', 'साजन', 'बेटा' और 'दिल' जैसी कई अन्य सफलतम फिल्में भी दीं।
'दिल तो पागल है' और 'देवदास' जैसी फिल्मों में उनके अभिनय को काफी सराहना मिली
No comments:
Post a Comment